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नर्मदेश्वर शिवलिंग संबंधित जानकारी

भाग्य लिखने वाले देव होते है | परंतु भाग्य को बदलने वाले महादेव है | जिनका साक्षात स्वरूप नर्मदेश्वर शिवलिंग के रूप मे माँ नर्मदा के तल से प्राप्त होते है| नर्मदेश्वर शिवलिंग स्वयंभू शिवलिंग है जिनकी प्राण-प्रतिष्ठा की अवश्यकता नहीं होती है

इन्हे सीधे माँ नर्मदा से निकाल कर घर या मंदिर मे स्थापित कर सकते है| इस शिवलिंग की घर मे स्थापना सुख-शांति ओर लक्षमी का स्थाई रूप से वास करवाती है| तथा भोलेनाथ भक्त की सभी मनोकामनाए पूरी करते है

shivling

घर मे कोन सा शिवलिंग रखना चाहिए ?

घर मे शिवलिंग नर्मदेश्वर ही रखना चाहिए क्युकी यह माँ नर्मदा के तल से प्राप्त शिवलिंग होते है| क्युकी यह शिवलिंग स्वयंभू है जिनको प्राण-प्रतिष्ठा की आवश्यकता नहीं होती है| इस शिवलिंग की पूजा सरल ओर सहज तथा शुभफल देने वाली है|

असली नर्मदेश्वर शिवलिंग की पहचान कैसे करे ?

नर्मदेश्वर शिवलिंग मे प्राकृतिक रूप से आकृतिया उभरी हुई दिखाई देती है| जैसे ॐ की आकृति,तिलक ,त्रिपुण्ड ,गणेशजी आदि देवी – देवतावो की आकृति प्राकृतिक रूप से देखने को मिलेगी यह शिवलिंग देखने मे चिकने ओर चमकीले दिखाई देते है

घर ओर कार्यस्थल मे शिवलीग स्थापित करने के फायदे ?

  • सभी कष्टों का निवारण होता है|
  • माता लक्ष्मी का घर मे स्थाई रूप से वास होता है|
  • बिगड़े हुए कार्य बनने लगते है|
  • सभी दोषों से मुक्ति मिलती है|
  • सभी प्रकार के भय से मुक्ति मिलती है|
  • समस्थ रोगों से मुक्ति मिलती है|

नर्मदेश्वर शिवलिंग पर क्या-क्या चढ़ा सकते है ?

नर्मदेश्वर शिवलिंग पर दूध,जल,दही,घी,शक्कर तथा गंगा जल से अभिषेक कर सकते है| जिससे भोलेनाथ जल्दी प्रसन्न हो जाते है| तथा सभी प्रकार की मनोकामनाए पूरी करते है|

घर मे कितना बड़ा शिवलिंग रख सकते है ?

घर मे रखने वाले शिवलिंग का साइज़ अंगूठे से बड़ा नहीं होना चाहिए यानी 4 इंच से ऊपर का शिवलिंग न रखें क्युकी शस्त्रों के अनुसार बड़ा शिवलिंग घर मे रखना शुभ नहीं माना जाता है| घर मे केवल 4 इंच का शिवलिंग रखना शुभ माना जाता है

नर्मदेश्वर शिवलिंग कहा मिलते है ?

नर्मदेश्वर शिवलिंग मध्यप्रदेश के खरगोन जिले मे माँ नर्मदा के तट पर बसे बकावां गाँव मे माँ नर्मदा के तल से निकलते है| पूरी दुनिया मे केवल बकावां मे ही शिवलिंग मिलते है| जो अरिजनल शिवलिंग होते है| जिन्हे गाँव के लोग माँ नर्मदा से पत्थर निकालते है| ओर उन्हे मशीनों से तरास कर शिवलिंग का आकार देते है|

Narmadeshwar shivling || नर्मदेश्वर शिवलिंग कैसे बनते है ?

माँ नर्मदा ओर प्रकृति की अद्भुत रचना है| जो माँ नर्मदा को भोलेनाथ का आशीर्वाद है| की माँ नर्मदा से जीतने भी कंकर निकलते है वह सभी शिव स्वरूप होते है| नर्मदा के तल से सभी साइज़ के पत्थर निकाल कर कारीगर उन्हे मशीनों से तरास कर पोलिश कर शिवलिंग की आकृति अंडाकार रूप देते है|

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